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युवा क्रांति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गफ्फार खान ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में भूपेश बघेल सरकार द्वारा चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण की मंजूरी को एजुकेशन हब भिलाई-दुर्ग की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देने उठाया गया ठोस, निर्णायक और ऐतिहासिक निर्णय निरूपित किया है। गफ्फार खान ने मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण के फैसले के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया हैं।
गफ्फार ने वर्तमान में कॉलेज में अध्ययन कर रहे मेडिकल छात्रों और भविष्य में यहां मेडिकल शिक्षा हासिल करने वाले विद्यार्थियों के साथ ही उनके पालकों, जिला और प्रदेशवासियों को बधाई दी है। गफ्फार खान ने बताया कि दुर्ग जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना युवा क्रांति संगठन के लिए गर्व का विषय है। दीर्घकालीन स्वास्थ्य सुविधा के दृष्टिकोण से दुर्ग जिला वासियों के लिए यह फैसला मील का पत्थर साबित होगा।
गफ्फार ने कहा कि युवा क्रांति संगठन के माध्यम से उन्होंने अविभाजित मध्यप्रदेश में 20 अक्टूबर 1995 को मध्यप्रदेश के तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री मुकेश नायक से और छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद 21 जनवरी व 8 जून 2014 के बाद 17 मार्च व 5 नवम्बर 2015 को दुर्ग जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की मांग सबसे पहले की थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंप कर यह मांग बार-बार की गई। उसी मांग पर आज वर्षों बाद मुहर लगना अत्यंन्त हर्ष और सौभाग्य का विषय है।
गफ्फार खान ने बताया कि चंदूलाल चंद्राकर शासकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना से जहां प्रदेश को प्रतिवर्ष 150 डाॅक्टर मिलेंगे। प्राइवेट मेडिकल कालेज में विद्यार्थियों के पालकों को जीवन भर की कमाई खर्च कर या कर्ज लेकर मेडिकल की पढ़ाई कराना पड़ता है। प्राइवेट कॉलेजों में एडमिशन के लिये पालकों को 25 से 50 लाख रुपये तक डोनेशन देना पड़ता है। शासकीय मेडिकल कॉलेज में 4 से 5 लाख रुपये के खर्च में ही पूरी पढ़ाई हो जाएगी।
इसी बात को आधार बनाते हुए एजुकेशन हब की संपूर्णता की दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग विगत कई वर्षों से संगठन द्वारा लगातार की जा रही थी। प्रदेश सरकार के इस निर्णय से पालकों को बड़े खर्च से मुक्ति मिलेगी। जिलेवासियों को भी उच्च स्तरीय सस्ती व सुलभ मेडिकल सुविधा उपलब्ध होगी।
युवा क्रांति संगठन द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आभार पत्र के साथ ज्ञापन प्रेषित किया गया है जिसमें 430 बिस्तर क्षमता वाले शासकीय जिला चिकित्सालय दुर्ग में शासकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना और सर्वसुविधायुक्त 1000 बिस्तर क्षमता वाले अस्पताल निर्माण की मांग की गई हैं। जिस प्रकार रायपुर में शासकीय मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त एम्स रायपुर में भी मेडिकल कॉलेज स्थापित है।
छत्तीसगढ़ सहित देश के 14 राज्यों के 300 बिस्तर क्षमता वाले शासकीय अस्पतालों में 58 स्थानों पर मेडिकल कॉलेज बनाए जाने की सन 2014-15 से ही केन्द्र सरकार की प्रस्तावित योजना हैं, ऐसी स्थिति में प्रदेश सरकार को आगे बढ़कर जिला मुख्यालय रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर, रायगढ़ औ अम्बिकापुर की तर्ज पर 430 बिस्तर क्षमता वाले शासकीय दुर्ग जिला चिकित्सालय को मेडिकल कालेज बनाने के लिये आवश्यक पहल करना चाहिए, ताकि दुर्ग जिलावासियों को सस्ती, सुलभ और उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके।
दुर्ग भिलाई की 12,07,637 आबादी को दृष्टिगत रखते हुए नये रायपुर में राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित सर्वसुविधा युक्त 1500 बिस्तर क्षमता वाले अस्पताल के तर्ज पर दुर्ग-भिलाई में सर्वसुविधा युक्त 1000 बिस्तर क्षमता वाले अस्पताल के निर्माण की पहल करनी चाहिए। कोरोना काल में पीड़ित मरीजों के परिजनों को पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में रायपुर के एम्स, रामकृष्ण केयर, नारायणा, बालाजी, एम.एम.आई.सहित अन्य निजी अस्पतालों में एडमिट होना पड़ा था, जिसके कारण उन्हें आर्थिक,मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ा।