- 31 मार्च से गरीबों के घरों में पहुंचाएंगे खाद्य सामग्री – महापौर
- नगर निगम ने गरीब-मजदूर परिवारों का कराया सर्वे
- जिनके पास राशनकार्ड नहीं,उनकी लिस्ट भी बनी
द सीजी न्यूज
राशन कार्ड न होने पर भी लोगों को सरकारी उचित मूल्य की दुकानों से चावल दिया जाएगा। विधायक अरूण वोरा ने 29 मार्च को चीफ सेक्रेटरी से फोन पर चर्चा करते हुए बिना राशनकार्ड वाले नागरिकों को भी शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से अनाज देने की योजना का लाभ देने का आग्रह किया था। वोरा से चर्चा के बाद चीफ सेक्रेटरी आरपी मंडल ने चंद घंटे बाद इस संबंध में आदेश जारी कर दिया। आदेश के बाद आज नगर निगम के अफसरों ने वार्डवार सर्वे किया।
पार्षदों से ऐसे परिवारों की जानकारी मांगते हुए सूची बनाई गई है। निगम प्रशासन द्वारा कल 31 मार्च से शहर के गरीब वर्ग के लोगों, मजदूरों और बिना राशन कार्ड वाले नागरिकों को खाद्य सामग्री पहुंचाई जाएगी। निगम की टीम जरूरतमंद लोगों के घर पर खाद्य सामग्री पहुंचाएंगे। विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल व निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन ने आज विवेकानंद भवन में नगर निगम के राहत केंद्र में सामाजिक संगठनों और दानदाताओं से मिल रही खाद्य सामग्री की जानकारी ली।
महापौर ने अपील करते हुए कहा है कि वे लॉकडाउन का पालन करें। घर से बाहर न निकलें। पार्षदों से चर्चा के बाद तैयार की गई सूची के अनुसार जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री दी जाएगी। निगम आयुक्त ने बताया कि विधायक व महापौर की अनुशंसा पर गरीब परिवारों के घरों में प्रतिदिन सुबह और शाम एक-एक हजार पैकेट बांटे जाएंगे। इस तरह रोज दो हजार पैकेट का वितरण किया जाएगा। इसके अलावा कई संस्थाएं भी गरीबों और जरूरतमंद परिवारों के लिए भोजन के पैकेट बांट रही हैं।