यह लगातार दूसरा वर्ष है जब प्रदेश की पंचायती राज संस्थाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर के 12 पुरस्कारों से नवाजा गया है। वर्ष 2020 में भी प्रदेश को ई-पंचायत पुरस्कार और 11 पंचायतीराज संस्थाओं को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया था। उससे पहले 2019 में भी प्रदेश की पंचायतों को 11 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए थे। पुरस्कार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी और विनोद वर्मा, सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, पंचायत एवं ग्रामाण विकास विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. और संचालक, पंचायत मोहम्मद कैसर अब्दुल हक भी वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े थे।

इन पंचायतों को मिला पुरस्कार

प्रदेश की पंचायतों में आईसीटी (Information & Communication Technology) के इस्तेमाल में बेहतर प्रदर्शन के लिए भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ को ई-पंचायत पुरस्कार प्रदान किया गया। तीन अलग-अलग वर्गों में दिए जाने वाले इस पुरस्कार में छत्तीसगढ़ को प्रथम वर्ग (Category-I) में असम के साथ संयुक्त रूप से दूसरा स्थान मिला। वहीं केन्द्रीय पंचायती राज मंत्रालय द्वारा कोंडागांव जिला पंचायत, गरियाबंद और तिल्दा जनपद पंचायत तथा सरगुजा जिले के अंबिकापुर विकासखंड के सरगवां और लुंड्रा विकासखंड के रिरी, बालोद जिले के गुंडरदेही विकासखंड के माहुद (अ), कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा विकासखंड के माहराटोला और रायपुर जिले के आरंग विकासखंड के बैहार ग्राम पंचायत को दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार दिया गया। राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार-2021 के अंतर्गत बीजापुर जिले के भोपालपटनम विकासखंड के दूरस्थ वनांचल गोटईगुड़ा ग्राम पंचायत को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार, रायपुर जिले के अभनपुर विकासखंड के नवागांव (ल) को बाल हितैषी ग्राम पंचायत पुरस्कार और आरंग विकासखंड के बैहार को ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार प्रदान किया गया।