राजनांदगांव / कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कोविड-19 से बचाव के लिये सभी जरूरी सावधानियां बरतने के उपायों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने कहा कि खतरा अभी टला नहीं है। इसलिये सावधानी बरतने की जरूरत है। जिले में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन किसी भी हालत में लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
कलेक्टर ने कहा कि नगरीय निकाय मास्क न पहनने वालों पर चालानी कार्रवाई करें। कोविड-19 से सुरक्षा के लिए जनसामान्य को टीका लगाने के लिए प्रोत्साहित करना जरूरी है। जिले में गुरूवार को टीकावार के रूप में मनाया जाएगा। जिले में 7 लाख व्यक्तियों का टीकाकरण हो चुका है। कलेक्टर ने कहा कि विशेषज्ञों ने यह माना है कि टीकाकरण के बाद हर्ड इम्यूनिटी बढ़ती है और कोरोना से सुरक्षित हो सकते हैं। थोड़ी सी असावधानी से कोरोना फैल सकता है।
कलेक्टर ने कहा कि बेहद जरूरी है कि सभी कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करें। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए बहुत ज्यादा सावधानी बरतते हुए मास्क लगाएं। सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें और साबुन से बार-बार हाथ धोएं। टीकाकरण जरूर कराएं। इन उपायों को अपनाकर कोरोना से बचाव किया जा सकता है। उन्होंने जिले में स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूत बनाने के लिए सभी बीएमओ को निर्देश दिए। मानपुर, डोंगरगांव और सोमनी में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के कार्य के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ करना है। उन्होंने सभी एसडीएम और बीएमओ से कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के लिए शासन की ओर से भरपूर राशि दी जा रही है। जीवनदीप समितियां पूर्व में प्रदान की गई 5 लाख रूपए की राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें, ताकि आगे और 5 लाख रूपए की राशि दी जा सके।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्रदेश में सर्वाधिक किसानों ने पंजीयन कराया है। बीमा कराने की प्रक्रिया से लेकर बीमा मिलने तक किसानों को छोटी-छोटी दिक्कत होती है। इसके लिए कृषि विभाग एवं पटवारियों का 10 दिनों का प्रशिक्षण कराएं। बीमित कृषकों को फसल बीमा के नियमों की पूरी जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि फसल उत्पादन के आंकलन के लिए अधिसूचित बीमा इकाई ग्राम में फसल कटाई प्रयोग आयोजित करने के बाद प्रयोग से प्राप्त वास्तविक उपज, थ्रेस-होल्ड उपज से कम प्राप्त होने पर बीमित किसानों को बीमित राशि के आधार पर दावा-भुगतान किया जाएगा। वास्तविक उपज, थ्रेसहोल्ड उपज से अधिक होने पर दावा भुगतान की पात्रता नहीं होगी। इन सभी बातों का प्रचार-प्रसार किया जाए।
उन्होंने कहा कि सभी निर्माण कार्य से संबंधित विभाग कार्यों में गति लाने के साथ ही राजस्व विभाग नामांकन, बंटवारा और सीमांकन के प्रकरणों का शिविर लगाकर निराकरण करें। इसके लिए बार-बार समझाईश दी जा रही है। इस कार्य में कोताही बरतने पर कार्रवाई की जाएगी। जनसामान्य को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, डीएफओ संजय यादव, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, संयुक्त कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह और एसडीएम मुकेश रावटे उपस्थित थे। सभी एसडीएम, जनपद सीईओ व अन्य अधिकारी वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।