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छत्तीसगढ़ प्रोफेशनल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष क्षितिज चंद्राकर ने कोविड वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। क्षितिज ने कहा कि केंद्र सरकार ने वैक्सीन के अलग-अलग रेट तय किये हैं जिससे केंद्र सरकार की कथनी व करनी का फर्क देश की जनता के सामने उजागर हो चुका है। कोविड वैक्सीन की आज पूरे देश को जरूरत है। उसी वैक्सीन को केंद्र सरकार राज्यों को महंगे दाम में बेच रही है। सीरम इंस्टीट्यूट से केंद्र सरकार को कोविड वैक्सीन 150 रुपए में मिल रही है। केंद्र सरकार इस वैक्सीन को राज्यों को 400 रुपए और प्राइवेट हॉस्पिटलों को 600 रुपए में उपलब्ध कराएगी। केंद्र सरकार को यह वैक्सीन हरेक के लिए मुफ्त में उपलब्ध कराना चाहिए।
क्षितिज ने कहा कि केंद्र सरकार मुफ्त वैक्सीन की सुविधा देकर देशवासियों के कल्याण के लिए फैसला कर सकती है। लेकिन भाजपा के नेतृत्व में चल रही केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को महंगे दामों में वैक्सीन दी जाएगी। क्षितिज ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनता की तकलीफ को समझते हुए वैक्सीन को सभी नागरिकों के लिए फ्री कर दिया है। पूरे देश में उन्होंने छत्तीसगढ़ को वैक्सीनेशन के लिए एक मॉडल राज्य के रूप में पेश किया है। छत्तीसगढ़ में 1 मई से 18 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले हर व्यक्ति को यह टीका मुफ्त में लगाया जाएगा।
क्षितिज चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने व इससे संक्रमित लोगों के इलाज के लिए हर मोर्चे पर डटी हुई है। लगातार ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। दुर्ग में इस समय 150 से अधिक ऑक्सीजन बेड खाली हैं। ऑक्सीजन का प्रोडक्शन लगातार राज्य में बढ़ रहा है। अकेले भिलाई में प्रदेश सहित देश के 9 राज्यों में ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। रोजाना 1 हजार टन से अधिक ऑक्सीजन तैयार करने की क्षमता हमारे पास है। इसे लगातार बढ़ाया जा रहा है।
क्षितिज ने बीजेपी के प्रदर्शन को ढकोसला बताते हुए कहा है कि कोरोना के संक्रमण से जनता लगातार परेशान हो रही है। दुर्ग के लिए केंद्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद सरोज पांडेय व विजय बघेल इस समय कहां हैं। पूर्व मुख्यमंत्री क्यों सामने नहीं आ रहे। महामारी के भीषण संकट में भाजपा के सभी बड़े नेता दुबककर बैठ गए हैं। अन्य स्थानीय नेता केवल अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। भाजपा नेताओं में अगर थोड़ी भी मानवता बची होती तो वे इस समय सरकार के साथ खड़े होते। जनता की मदद के लिए सामने आते, हर संभव मदद पहुंचाने की दिशा में सामूहिक रूप से काम करते। भाजपा के नेताओं को चाहिए कि राजनीति बंद कर संकट की घड़ी में सरकार के साथ मिलकर काम करे।