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पिछले सवा महीने से भिलाई टाउनशिप में गंदे पानी की सप्लाई हो रही है, लेकिन प्रबंधन ने अभी तक साफ पानी की सप्लाई के पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं। लगातार शिकायतें मिलने के बाद कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बीएसपी के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण कर व्यवस्था सुधारने अल्टीमेटम भी दिया, लेकिन व्यवस्था जस की तस है। आज तक बीएसपी के अधिकारी भिलाई नगर की जनता को साफ पानी दे पाने की व्यवस्था नहीं कर पाए हैं।
स्वाभिमान पार्टी के नेता और अधिवक्ता सतीश कुमार त्रिपाठी ने अब इस मामले में अपर कलेक्टर पंचभाई से आंदोलन करने की अनुमति मांगी है। त्रिपाठी ने बताया कि स्थानीय विधायक और यूनियनों के नेताओं ने भी इस संबंध में कई प्रयास किए। खुद कलेक्टर ने भी पानी की सफाई के लिए 7 दिन का समय दिया था। संयंत्र प्रबंधन खुद की कही बातों को पूरा नहीं कर पा रहा है। जल प्रबंधन के कार्य में लगे हुए सारे अधिकारी केवल लाखों रुपए की मोटी तनख्वाह लेने, सुविधाएं भोगते हुए अपनी जिम्मेदारी से भागने का काम कर रहे हैं।
त्रिपाठी ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा श्रेय लेने की होड़ मची है। यह बताया जा रहा है कि उनके प्रयासों से स्वच्छ पानी मिल जाएगा। हालत ये है कि आज तक साफ पानी टाउनशिप के घरों में सप्लाई नहीं हो पाया है। यही स्थिति रही तो भिलाई नगर के नागरिकों के साथ पार्टी के कार्यकर्ता जिला कलेक्टर के समक्ष प्रदर्शन करेंगे। कोरोना के भयंकर संक्रमण काल में मटमैले-गंदे पानी की सप्लाई से बीमारियां फैल सकती है। संयंत्र की स्थापना के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी लापरवाहीपूर्ण घटना पर जिला प्रशासन,संयंत्र प्रबंधन, केंद्र में चुने गए प्रतिनिधि पूरी तरह नाकाम सिद्ध हो गए हैं। त्रिपाठी ने कहा कि जल्द से जल्द पानी का मटमैलापन और पीलापन समाप्त नहीं हुआ तो वाटर सप्लाई से जुड़े अधिकारियों को हटाने की मांग करते हुए आंदोलन किया जाएगा।
युवा कांग्रेस ने “जल सत्याग्रह – आमरण अनशन” की चेतावनी दी
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद शाहिद ने गंदे पानी की सप्लाई के मु्ददे पर बीएसपी प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा है कि 8 मई तक टाउनशिप में साफ पानी की सप्लाई न होने पर युवा काँग्रेस बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ “जल सत्याग्रह- आमरण अनशन” करेगा, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। शाहिद ने बताया कि कोरोना के साथ टाइफॉयड के मरीज भी बढ़ रहे है। भिलाई स्टील प्लांट का प्रबंधन एक माह बाद भी साफ पानी की सप्लाई करने में असफल है। जिला कलेक्टर को भी तत्काल संज्ञान में लेकर एक्शन लेना चाहिए। अभी तक सिर्फ खानापूर्ति हो रही है।