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राजनांदगांव जिले में खाद्य विभाग के अधिकारियों ने आज तीन राइस मिलों पर दबिश देकर वहां भण्डार किए गए धान और चावल के स्टाक की जांच की। रिकार्ड की गहन जांच पड़ताल के दौरान कस्टम मिलिंग के निर्देशों की कोताही का मामला पकड़ में आया। तीनों राइस मिलों से बड़ी मात्रा में धान और चावल जब्त करने की कार्रवाई की गई। जब्त धान और चावल का मूल्य लगभग 2 करोड़ रुपए है। कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने कस्टम मिलिंग में लापरवाही बरतने वाले 35 राइस मिलर्स को शोकाज नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
खाद्य विभाग की टीम ने आज अतुल राइस मिल की जांच के दौरान राइस मिलर द्वारा छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग के निर्देशों का पालन न करने के कारण मिल परिसर में लगभग 4200 क्विंटल धान और 2200 क्विंटल चावल जब्त करने की कार्रवाई की। इसका मूल्य एक करोड़ 33 लाख रुपए बताया गया है। इसी प्रकार जगन्नाथ राइस मिल और जय भगवान राइस मिल गठुला के निरीक्षण के दौरान शासकीय धान का कस्टम मिलिंग और शासन के निर्देंशों की अवहेलना का मामला पकड़ में आया। जय भगवान राइस मिल से 2400 क्विंटल धान और 560 क्विंटल चावल जब्त किया गया, जिसका मूल्य 59 लाख 33 हजार रुपए है।
जगन्नाथ राईस मिल गठुला से 160 क्विंटल धान और 580 क्विंटल चावल जब्त किया गया। जब्त धान और चावल की कीमत 17 लाख 48 हजार रुपए है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि तीन राइस मिलों से कुल 6760 क्विंटल धान और 3360 क्विंटल चावल जब्त किया गया है, जिसकी कीमत लगभग 2 करोड़ 10 लाख 27 हजार 680 रुपए है। जिले के 35 राइस मिलर्स को धान उठाव न करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। राइस मिलों की जांच पड़ताल का अभियान आगे भी जारी रहेगा। कस्टम मिलिंग और धान के उठाव में लापरवाही बरतने वाले मिलर्स के विरूद्ध छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 के तहत कार्रवाई भी की जाएगी।