मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर 28 मई की सुबह से खनिज अधिकारियों की टीम राज्य के अलग-अलग हिस्सों में लौह अयस्क के परिवहन में रॉयल्टी पर्ची के दुरुपयोग, ओवरलोडिंग, लम्पस फाइन और दूसरे मामलों की जांच और ताबड़तोड़ कार्रवाई में जुटी रही। खनिज अधिकारियों की टीम ने लौह अयस्क परिवहन में लगे 105 वाहनों की जांच की, जिसमें से 11 वाहनों को जब्त कर संबंधित इलाकों के थाने के सुपुर्द कर दिया गया है।

जांच के दौरान बालोद जिले में भिलाई स्टील प्लांट को आवंटित खदान की लम्पस फाइन की जानकारी न मिलने के मामले में बीएसपी को नोटिस जारी किया गया है। अधिकारियों की टीम कांकेर, राजनांदगांव, बालोद, जगदलपुर, दंतेवाड़ा और रायपुर जिले में जगह-जगह जांच पड़ताल में जुटी हुई है।

राज्य के कांकेर, राजनांदगांव, बालोद, जगदलपुर, दंतेवाड़ा और रायपुर में विभिन्न स्थानों पर प्रदेश स्तर के खनिज अधिकारियों के दल ने लौह अयस्क परिवहन में रायल्टी पर्ची के दुरुपयोग, ओवरलोड, लम्पस और फाइन की जांच के साथ खनिज के ग्रेड (रासायनिक विश्लेषण) की जांच की। संयुक्त संचालक केन्द्रीय उड़नदस्ता के नेतृत्व में विभिन्न जिलों के खनिज अधिकारियों के दल ने सघन जांच की। दल में लौह अयस्क के ग्रेड की जांच के लिए क्षेत्रीय कार्यालय बिलासपुर, जदगलपुर और रायपुर के जियोलॉजिस्ट भी शामिल हैं।

टीम ने भानुप्रतापपुर क्षेत्र में 31 वाहन, चारामा क्षेत्र से 9, जगदलपुर से 10, रायपुर धमतरी रोड पर 14, सिलतरा रायपुर क्षेत्र से 5 और राजनांदगांव जिले में 7 यानी कुल 74 वाहनों से सेम्पल लिए हैं, इसकी जांच के लिए केन्द्रीय प्रयोगशाला रायपुर भेजा गया है। खनिज अधिकारियों की टीम ने दंतेवाड़ा के एनएमडीसी से परिवहन कर रहे 30 वाहनों और जगदलपुर रेल्वे साईडिंग क्षेत्र में 6 वाहनों की जांच भी की। एनएमडीसी बचेली क्षेत्र में एनएमडीसी द्वारा तौल कराई गई मात्रा और रेल्वे वैगन से परिवहन कर मात्रा की क्रास चेकिंग की कार्यवाही अभी चल रही है।

कांकेर जिले में स्वीकृत विभिन्न निजी कंपनियों के लौह अयस्क परिवहन के 70 वाहनों की जांच की गई। इनमें से 7 वाहनों को ओवरलोड, लम्पस फाइन में भिन्नता और खनिज के ग्रेड में अन्तर होने की शंका के कारण जब्त कर पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिया गया है। बालोद जिले में भिलाई स्टील प्लांट को स्वीकृत खदान में लम्पस फाइन से संबंधित जानकारी प्रस्तुत करने नोटिस जारी किया गया। रायपुर जिले के सिलतरा और उरला क्षेत्र में विभिन्न संयंत्रों को प्रदाय किये जा रहे लौह अयस्क की जांच में 4 वाहनों को जब्त कर जांच के लिए उरला थाने के सुपुर्द कर दिया गया। इन जिलों में कुल 105 वाहनों की जांच की गई, जिसमें से कुल 11 वाहन जब्त किए गए। खनिज अधिकारियों टीम अभी भी जांच-पड़ताल में जुटी है।