द सीजी न्यूज डॉट कॉम
कोरोना से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों में ज्यादा राशि वसूलने की शिकायतों की जांच की जाएगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अरुण सिसोदिया ने रिसाली के एक नागरिक के इलाज में ज्यादा राशि वसूलने के मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में दुर्ग कलेक्टर को पत्र भेजकर जांच के आदेश दिए हैं।
सिसोदिया ने बताया कि कोरोना मरीजों के इलाज के नाम पर लाखों रुपए का बिल वसूल किया गया। एक मामले की शिकायत की गई है जिसकी जांच के आदेश जारी हो गए हैं। सिसोदिया ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों से इलाज के नाम पर ज्यादा राशि वसूली के मामले में पीड़ित लोग उनसे संपर्क कर सकते हैं। ऐसे लोग आवेदन के साथ अस्पताल के सारे बिल वाट्स एप्प नंबर (9926788384) पर सेंड करें, जिसके आधार पर वे मामले की जांच कराने आगे की कार्यवाही करेंगे।
सिसोदिया ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि एक न्यायाधीश, एक डॉक्टर और एक चार्टेड अकाउंटेंट के जाँच समिति बनाकर सूक्ष्मता से सभी अस्पतालों में हुए इलाज की जांच होना चाहि। ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और दोषियों को सजा मिल सके। सिसोदिया ने बताया कि रिसाली निवासी रमेश यादव को कोरोना इलाज के लिए हाईटेक अस्पताल में जनरल वार्ड में भर्ती किया गया। अस्पताल प्रबंधन को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा निर्धारित शुल्क 6200 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से राशि वसूल करना था, लेकिन उनसे ज्यादा राशि वसूल की गई।
शासन ने जनरल वार्ड में 6200 रुपए और आईसीयू (बिना वेंटिलेटर) 12 हजार रुपए और वेंटिलेटर के साथ 17 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से ट्रीटमेंट की दरें तय की थी जिसमें डॉक्टर विजिट, पैथालॉजी बिल सहित अन्य बिल शामिल हैं। इसके बावजूद हाईटेक अस्पताल प्रबंधन ने पेशेंट से ज्यादा राशि वसूल की है। यह एपिडेमिक डिसीज एक्ट और छत्तीसगढ़ पब्लिक एक्ट के अंतर्गत दंडनीय अपराध है। इस मामले की जांच की मांग की गई है।