- जापान के प्रोफेसर ने निकाली थी तकनीक, दुर्ग वनमंडल में अनूठा प्रयोग
- पाटन के ग्राम फूंडा में बनेगा संभाग का पहला जैव विविधता पार्क
द सीजी न्यूज डॉट कॉम
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पाटन विकासखंड के फूंडा में अरबोरिटम (वनस्पति वाटिका) का भूमिपूजन किया। यह वाटिका जापान की मियावाकी तकनीक से बनाई जाएगी। इस तकनीक से पौधे 10 गुना तेजी से बढ़ते हैं और 30 गुना सघन वन तैयार होता है। फूंडा के 20 एकड़ क्षेत्र में सौ से ज्यादा प्रजाति के 3 हजार पौधे लगाकर वनस्पति वाटिका का विकास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिलान्यास करते हुए कहा कि फुण्डा में विकसित किए जा रहे जैव विविधता उद्यान से पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीणों में जन जागरूकता लाने में काफी मदद मिलेगी। यह बहुआयामी योजना स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ विद्यार्थियों और भावी पीढ़ियों के लिए शैक्षणिक ज्ञान का महत्वपूर्ण स्त्रोत भी होगी। यह परियोजना क्षेत्र के प्राकृतिक सौन्दर्य को बढ़ाने और पर्यावरण को स्वस्थ व स्वच्छ बनाने का जरिया बनेगी।
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि यह परियोजना 80 लाख रुपए की लागत से पूरी की जाएगी। योजना से पर्यावरण संरक्षण के साथ ग्रामीणों में अपने पर्यावरण को लेकर जागरूकता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय राजेश तिवारी व विनोद वर्मा, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव वन मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में उपस्थित थे।
फुंडा में कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री के ओएसडी आशीष वर्मा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक साहू आईजी विवेकानंद सिंहा, मुख्य वन संरक्षक शालिनी रैना, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, डीएफओ धम्मशील गणवीर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में दुर्ग वनमंडल के अंतर्गत कृषक मोहन बघेल ग्राम-गब्दी, कौशल चंद्राकर ग्राम-आलामोरी, पुरुषोत्तम कश्यप ग्राम – अखरा, महेंद्र वर्मा ग्राम – देवादा और देवेंद्र चंद्रवंशी ग्राम – पाटन को पंजीयन कराने के लिए प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।