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कोरोना काल में बिहाव कविता यू ट्यूब में अपलोड कर विवादों में घिरे हास्य कवि डॉ. सुरेंद्र दुबे के खिलाफ सेन समाज ने कड़ा विरोध किया है। छत्तीसगढ़ के सभी इलाकों में विरोध की लहर तेज हो गई है। दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी, महासमुंद, कांकेर, दंतेवाड़ा, बलोदा बाजार समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में सेन समाज ने डॉ. दुबे का पुतला जलाकर कड़ा विरोध प्रदर्शन किया। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
सेन समाज के प्रांताध्यक्ष विनोद सेन ने कहा कवि सुरेंद्र दुबे ने हास्य के नाम पर फूहड़ कविता लिखकर अपनी घटिया मानसिकता का परिचय दिया है। कविता में न केवल सेन समाज का उपहास किया गया है बल्कि नारी शक्ति का अपमान भी किया गया है। इस चुटकुलेबाज कवि ने अपनी सामंती मानसिकता का परिचय दिया है। विनोद सेन ने कहा कि घटिया चुटकुला लिखने के बाद भी उनकी निर्लज्जता नहीं गई है। उन्हें खेद व्यक्त करने में भी शर्म आ रही है। विनोद ने कहा कि ऐसी ओछी मानसिकता वाले कवि के खिलाफ सेन समाज का विरोध जारी रहेगा। हर दिन उनका पुतला जलाया जाएगा।
समाज की महिलाएं सिखाएंगी सबक
समाज के प्रांताध्यक्ष विनोद सेन ने आगे कहा कि कवि सुरेंद्र दुबे को अब समाज की महिलाएं सबक सिखाएंगी। सड़क पर उतर कर समाज की महिलाएं उनका पुरजोर विरोध करेंगी। समाज की महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष कंचन कौशिक, सचिव श्यामा कौशिक व कोषाध्यक्ष सरला भारद्वाज ने कहा है कि महिलाओं का अपमान करने वाले कवि को समाज की महिलाएं सबक सिखा कर रहेंगी। अगर उन्होंने तत्काल माफी नहीं मांगी और फूहड़ कविता वाली वीडियो को नहीं हटाया तो उन्हें महिलाओं के कोप का शिकार होना पड़ेगा। महिलाएं उनका निवास का घेराव कर चूडिय़ां भेंट करेंगी। उन्होंने कहा कि सहित्य का समाज में विशिष्ट स्थान हैं लेकिन ऐसी फूहड़ रचना करने वाले हठधर्मी कवि व साहित्यकारों के कारण साहित्य जगत बदनाम होता है।
जिला सेन समाज ने सौंपा ज्ञापन
दुर्ग जिला सेन समाज के अध्यक्ष भीम सेन के नेतृत्व में समाज के प्रतिनिधि मंडल ने एडीएम को ज्ञापन सौंपकर डॉ दुबे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। भिलाई सेलून महासंघ ने भी पुतला दहन करने का ऐलान किया है। उन्होंने सेन समाज से माफी नहीं मांगी तो हर जिले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।