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महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा है कि विधायक अरुण वोरा के साथ पूर्व पार्षद दिनेश देवांगन द्वारा अमर्यादित ढंग से वादविवाद करना दुर्भाग्यजनक है। महापौर ने कहा कि पदेन सदस्य होने के नाते विधायक अरुण वोरा सामान्य सभा की बैठक में शामिल हुए। भोजन अवकाश की घोषणा होने पर वे बाहर निकले, तभी दिनेश देवांगन ने उनके पास जाकर अशिष्ट तरीके से निरर्थक बातें शुरू कर दी। इस घटनाक्रम के बाद पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर द्वारा इस मामले में वोरा के खिलाफ बयान जारी किया गया है। महापौर जैसे पद पर रह चुकी चंद्रिका चंद्राकर का यह बयान ओछी मानसिकता का प्रतीक है।
बाकलीवाल ने कहा कि दुर्ग शहर के निवासियों के साथ ही समूचे छत्तीसगढ़ के लोग जानते हैं कि विधायक अरुण वोरा सहित वोरा परिवार के प्रत्येक सदस्य ने हमेशा शालीनता और सज्जनता का परिचय दिया है। विधायक वोरा ने अपने कट्टर विरोधियों के साथ भी शालीनता और सम्मान से चर्चा की है। प्रदेश के अलावा दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में भी अरुण वोरा को सहजता और सरलता के लिये जाना जाता है। ऐसे सीधे सरल व्यक्ति के साथ मर्यादा को ताक पर रखकर भाजपा के पूर्व महापौर और पूर्व पार्षद द्वारा बयानबाजी करना दुर्भाग्यजनक है।
महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि जातपांत की राजनीति कर समाज को बांटने वाले भाजपा के पार्षदों ने उसी सामान्य सभा में देवांगन समाज के एक एल्डरमैन का विरोध किया। एल्डरमैन कृष्णा देवांगन को पद से हटाने या सामान्य सभा से बाहर करने की मांग को लेकर भाजपा पार्षदों ने करीब दो घंटे तक सभा नहीं चलने दी। यह स्पष्ट हो गया है कि देवांगन समाज के एल्डरमैन कृष्णा देवांगन को हटाने की मांग करने वाले भाजपा नेता देवांगन समाज के हितैषी नहीं है।
महापौर ने भाजपा नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि चंद्रिका चंद्राकर समेत अन्य भाजपा नेता जातपांत की बातें करने और बेवजह विवाद करने की बजाय जनता के लिये कुछ काम करें। पिछले 20 साल तक दुर्ग नगर निगम की सत्ता में भाजपा के काबिज होने के बावजूद शहर की दुर्गति हो गई। डेढ़ साल से कोरोना के वैश्विक संकटकाल में भाजपा संगठन नेताओं ने आम जनता की सेवा नहीं की। पूरी तरह मुद्दाविहीन हो चुके भाजपा नेता अब अरुण वोरा जैसी राजनीतिक शख्सियत के साथ झूठ-प्रपंच की राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा नेता अच्छी तरह समझ लें कि दुर्ग सहित पूरे छत्तीसगढ़ की जनता वोरा परिवार के संस्कार और सद्व्यवहार से परिचित है। भाजपा नेताओं की झांसेबाजी का दांव दुर्ग शहर की जनता के बीच नहीं चलेगा।