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हरेली : गौठान में महिलाएं बना रही राखियां और वर्मी कम्पोस्ट : बिक्री अमेजन और इंडिया मार्ट पर

  • अच्छी खेती के साथ खुशहाली और समृद्धि का उत्सव है हरेली
  • अमेजन व इंडिया मार्ट जैसी ई-कामर्स कंपनी के माध्यम से किया जा रहा खाद विक्रय
  • बिहान की राखियां बना रही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान
  • जिले में 79135.19 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण

राजनांदगांव / हरेली का पर्व छत्तीसगढ़ के खेती-किसानी के साथ ही हमारी अमूल्य लोक संस्कृति से गहराई से जुड़ा त्यौहार है। यह पर्व अच्छी खेती के साथ खुशहाली और समृद्धि का उत्सव है। हरेली का त्यौहार हमें अपनी लोक संस्कृति, परंपरा और मान्यताओं को आत्मसात करने और सहजने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गांव के पुराने गौरव को स्थापित करने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप जिले में हरेली का त्यौहार सभी विकासखंडों में मनाने की तैयारियां चल रही है। हरेली के त्यौहार पर छत्तीसगढ़ी पारंपरिक खेल जैसे गेड़ी दौड़, कुर्सी दौड़, फुगड़ी, रस्सा-कस्सी, भौंरा, नारियल फेक प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन आदि की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन में जिले में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सभी गौठानों को मल्टी एक्टीविटी केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिले में 558 गौठानों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। वर्तमान में 358 सक्रिय गौठान हैं। इन गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत जिले में कुल 6 लाख 64 हजार 126 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई, जिससे किसानों, पशुपालकों, समूह की महिलाओं एवं चरवाहों के खाते में लगभग 13 करोड़ 3 लाख 50 हजार रूपए की राशि ट्रांसफर की गई।

अब तक जिले में 79135.19 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया गया है, जिसमें से 53828.61 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट और 25306.58 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट है। अब तक 42325.59 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट और 3590.63 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट का विक्रय किया जा चुका है। वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय सेे 1 करोड़ 13 लाख 25 हजार रूपए की राशि लाभांश के रूप में स्वसहायता समूह की महिलाओं और 1 करोड़ 66 लाख 82 हजार रूपए की राशि गौठान समिति को मिली है

नगर निगम राजनांदगांव द्वारा नई पहल करते हुए समूह की महिलाओं द्वारा बनाए वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय अमेजन और  इंडिया मार्ट जैसी ई-कामर्स कंपनी के माध्यम से किया जा रहा है। बिहान की महिलाएं गौठानों में गोबर से लकड़ी, कुक्कुट पालन, मत्स्य पालन, सामुदायिक बाड़ी, मिनी राईस मिल, चेन वायर फेसिंग, केचुआ पालन, सीमेंट पोल निर्माण, गोबर गमला निर्माण, मशरूम उत्पादन, बीज उत्पादन, गेंदा फूल उत्पादन जैसी गतिविधियों में शामिल हैं।

समूह की महिलाओं द्वारा धान, बांस, रखिया बीज, चावल, अरहर, मोती से सजी खुबसूरत राखियां बनाई जा रही हैं, जो बहुत लोकप्रिय हो रही है और इन राखियों को अमेजन के माध्यम से भी विक्रय किया जा रहा है। शहर के डीमार्ट और  मार्केट में बिहान की राखियां विक्रय के लिए उपलब्ध है।

जिले के 366 गौठानों में स्वसहायता समूह की क्रियाकलाप के लिये वर्कशेड का निर्माण करने स्वीकृति दी गई है। महिला स्वसहायता समूह की आजीविका संवर्धन करने 25 गौठानों में मुर्गीपालन शेड, 25 गौठानों में मशरूम पालन शेड, 30 से अधिक गौठानों में मछली पालन हेतु तालाबों का निर्माण, 189 गौठानों में बाड़ी विकास व लगभग 350 गौठानों में चारागाह के निर्माण की स्वीकृति जैसे कार्यों से महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को आजीविका से जोड़ा गया है।

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