लेटलतीफी – अभी तक भवन का ढांचा बनकर तैयार नहीं हो पाया है। निर्माण पूरा करने में कम से कम 6 माह से एक साल का समय और लग सकता है।
द सीजी न्यूज
कामकाजी महिलाओं के लिए 3 करोड़ की लागत से महिला हॉस्टल का निर्माण दुर्ग शहर के पांच बिल्डिंग एरिया में किया जा रहा है। दूसरे शहर से आकर सरकारी और प्राइवेट नौकरी करने वाली महिलाओं को हॉस्टल में रहने की सुविधा मिलेगी। कामकाजी महिलाओं को आवास व भोजन की व्यवस्था के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता था।
महिलाओं की समस्या दूर करने 3.92 करोड़ की लागत से 55 हजार वर्ग फीट स्थान पर सर्वसुविधायुक्त हॉस्टल बनाया जा रहा है। हॉस्टल के भूतल में 3 बेड वाले 14 कमरे, वार्डन कार्यालय, विजिटर लाउंज, गेस्ट रूम, केयर टेकर रूम, डायनिंग हाल, किचन और प्रथम तल पर तीन बेड वाले 20 कमरे, रीडिंग रूम व एरोबिक्स हाल का निर्माण कराया जा रहा है।
निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे विधायक अरुण वोरा ने निगम अफसरों को हॉस्टल में पर्याप्त सुरक्षा के साथ प्रकाश व पेयजल की बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जून माह में निर्माण कार्य पूरा करने काम की गति में तेजी लाने के निर्देश भी दिए। इस दौरान महापौर धीरज बाकलीवाल, नगर निगम के कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी, पूर्व पार्षद राजेश शर्मा, प्रकाश गीते, अंशुल पांडेय मौजूद थे।
3 माह में काम पूरा होना संभव नहीं
निर्माण कार्य में हुई लेटलतीफी और कछुआचाल से निर्माण के कारण जून माह तक महिला हॉस्टल का निर्माण कार्य पूरा हो पाना संभव नहीं है। नगर निगम के अफसरों की देखरेख में बन रहे हॉस्टल का ढांचा भी बनकर तैयार नहीं हो पाया है। ऐसी हालत में फिनिशिंग व अन्य सुविधाओं से लैस करने में कम से कम 6 माह से एक साल का समय और लगने की संभावना है। जून के बाद बारिश शुरू होने पर यह काम पूरा करने में और देर होगी। जाहिर है कि साल के अंत तक ही हॉस्टल का निर्माण कार्य पूरा हो पाएगा। बता दें कि एजेंसी को जून माह तक काम पूरा करना है।