द सीजी न्यूज
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कांंग्रेस नेता शैलेष नितिन त्रिवेदी ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। शैलेष ने कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद पीएम मोदी समेत सभी भाजपा नेता बौखला गए हैं। 10 साल की उपलब्धियां बताकर चुनाव मैदान में उतरने की बजाय धर्म के आधार पर नफरत फैलाने वाले भाषण देने लगे हैं। छत्तीसगढ़ में भी इसकी बानगी देखने मिली।
शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि सच्चाई ये है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में जिस तरह ट्रेनें डिरेल हुई, पहले चरण के मतदान के बाद बीजेपी का चुनाव अभियान भी उसी तरह डिरेल हो चुका है। मोदी की जुमला गारंटी बंद हो गई है। नफरत के बाजार के शटर खोल दिये गए हैं। खरबपतियों के हाथों से सत्ता आम जनता व गरीबों की परवाह करने वाली कांग्रेस के हाथों जाते हुए देखकर मोदी बेचैन हो गए हैं। सुर्खियां बटोरने के लिए नफरत के मुख्य व्यापारी बन गए हैं। नफरत के होलसेल डीलर बन गए हैं।
जब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की विद्वता और ज्ञान का मुकाबला नहीं कर पाए तो मोदी समेत भाजपा नेताओं ने मनमोहन जैसे विद्वान प्रधानमंत्री पर कीचड़ उछालना शुरू कर दिया। मनमोहन सिंह के वित्तीय प्रबंधन और ज्ञान का मुकाबला न कर पाने वाले भाजपा नेताओं ने झूठे और अनर्गल आरोप लगाना शुरू कर दिया।
शैलेष नितिन ने कहा कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल में ही शिक्षा का अधिकार लागू हुआ। सूचना का अधिकार, रोजगार का अधिकार, भूमि अधिकार, वन भूमि अधिकार जैसे अधिकार दिये गए। ऐसे विद्वान पीएम पर झूठे आरोप लगाने वाले भाजपा नेताओं को शर्म आना चाहिए। पीएम मोदी जिस 5 ट्रिलियन इकॉनॉमी का सपना देख रहे हैं, और देश की जनता को दिखा रहे हैं, उसकी बुनियाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ही रखी थी।
शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि पीएम मोदी में साहस है तो दस साल के कार्यकाल की उपलब्धि के आधार पर जनता से वोट मांगे और चुनाव लड़ें। झूठ, प्रपंच से चुनाव न लड़ें। इससे देश का भला नहीं होगा। मोदी का भाषण भाजपा और आरएसएस की नफरत की राजनीति का जीता जागता उदाहरण है। देश की जनता इसे समझ चुकी है। चुनाव नतीजे आने पर सत्ता से भाजपा की विदाई तय है।