द सीजी न्यूज
स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के चेयरमेन अरुण वोरा ने प्रदेश में आज से गोबर खरीदी की भुगतान व्यवस्था शुरू होने पर प्रसन्नता जताते हुए गोधन योजना को बहुआयामी योजना बताया है। वोरा ने कहा कि देश में यह अपनी तरह की पहली और अनूठी योजना है। पशुपालकों से 2 रुपए किलो की दर से गोबर खरीदी के बाद गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट बनाकर इसकी बिक्री से पशुपालकों को आर्थिक लाभ होगा। खेतों में केमिकल खाद से पैदा होने वाले अनाज और सब्जियों की जगह लोगों को जैविक अनाज और फल-सब्जियां मिलेगी।
वोरा ने कहा कि मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच के कारण गोधन न्याय योजना वर्तमान पीढ़ी के साथ ही आने वाली पीढियों के लिए एक वरदान साबित होगी। बीते कई दशकों से केमिकल खाद के अंधाधुंध प्रयोग होने के कारण खेतों में पैदा होने वाले अनाज में जहरीले रसायन मिले होते हैं। इसके भयंकर दुष्प्रभाव भी सामने आए हैं। गोधन न्याय योजना से छत्तीसगढ़ में जैविक खाद का उत्पादन बड़ी मात्रा में होगा और लोगों को जैविक खाद से पैदा अनाज मिलेगा जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित होगा।
वोरा ने कहा कि गोधन न्याय योजना का क्रियान्वयन होने से किसानों को सस्ती दर पर खाद मिलेगा। गोबर खरीदी की व्यवस्था से पशुपालक अपने घर पर ही पशुओं को बांधकर रखेंगे। इससे पशु फसल को नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे और शहर और गांव के गली-कूचों में जगह-जगह गोबर के अवशेष नहीं मिलेंगे। इससे सभी इलाके स्वच्छ हो सकेंगे। गोबर खरीदी की व्यवस्था से पशुपालकों के साथ-साथ वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने वाली महिला स्वसहायता समूहों और पशुपालकों को भी आमदनी होगी। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।