द सीजी न्यूज डॉट कॉम
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर व दुर्ग संभाग की सभी नगर पालिका परिषदों के अध्यक्ष और मुख्य नगर पालिका अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर कोरोना संक्रमण की स्थिति और बचाव के उपायों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी. और नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष और अधिकारी शामिल हुए।
बघेल ने नगर पालिका परिषदों में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्तमान में हम सभी वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण कठिन दौर से गुजर रहे हैं। सबके सहयोग से इसे जल्द से जल्द हराना है। उन्होंने कोरोना संक्रमण की रोकथाम और मरीजों का सुगमता से इलाज करने अस्पतालों में बेहतर प्रबंधन के साथ ऑक्सीजन बेड और आवश्यक दवाईयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना संक्रमण का दौर चल रहा है, ऐसे हालात में किसी भी व्यक्ति को सर्दी, जुकाम और बुखार होने पर इसकी तत्काल जांच कराए और दवा लेना शुरू कर दें। इससे बीमारी को बढ़ने और गंभीर स्थिति जैसे हालात को समय रहते रोका जा सकता है। उन्होंने वैक्सीनेशन सहित कोरोना संक्रमण की टेस्टिंग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान नगरीय निकायों के हर गली-मोहल्ले में प्रतिदिन नियमित रूप साफ-सफाई और कचरा के निपटान के लिए सख्त निर्देश दिए। गली मोहल्लों में लोगों की भीड़ न हो और कोरोना का संक्रमण फैलने न पाए, इसका ध्यान रखा जाना चाहिए। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन भी सुनिश्चित होना चाहिए। निकायों के अंतर्गत एयरपोर्ट, रेल्वे स्टेशन और बस स्टेैंड सहित सीमावर्ती क्षेत्रों में बाहरी लोगों की सघन जांच और व्यवस्था के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने अस्पतालों में आगजनी की घटना को रोकने और मरीजों के सुगमता से इलाज के लिए पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके तहत अस्पतालों में वेन्टीलेटर, ऑक्सीजन युक्त बेड, आवश्यक चिकित्सा उपकरणों और दवाईयों की पर्याप्त उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि मरीजों को इलाज के लिए कोई दिक्कत न हो। ग्रामीण क्षेत्रों में भी हर ग्राम पंचायत स्तर पर ऑक्सीमीटर और दवाईयों की पर्याप्त उपलब्धता के निर्देश दिए। स्थानीय स्तर पर ऑक्सीमीटर तथा दवाईयों आदि की सहज उपलब्धता से मरीज आवश्यकतानुसार इसका तत्काल उपयोग कर सकेंगे, जो बीमारी को बढ़ने से रोकने में काफी कारगर होगी।