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दुर्ग जिले में लॉकडाउन के कारण विवाह आयोजन में गिने-चुने लोगों को शामिल होने के दौर में दुर्ग शहर में ढीमर परिवार के भाई-बहन ने मिलकर मिसाल पेश की। ढीमर पारा दुर्ग निवासी शिव ढीमर के पुत्र पिताम्बर का विवाह 21 मई को पाटन में और 22 मई को नंदिनी उर्फ उत्तरा का विवाह कोटनी-नगपुरा में हुआ। विवाह की तैयारियों के दौरान नंदिनी उर्फ उत्तरा ने अपने परिवारजनों से कहा कि देश भर में लॉकडाउन के कारण लाखों लोग परेशान हैं और भूखे रहकर सोते हैं। नंदिनी ने अपने विवाह में दुर्ग शहर के जरूरतमंद लोगों को भोजन कराने की इच्छा व्यक्त की।
इसके बाद नंदिनी व उसके भाई पितम्बर ढीमर ने शहर में जरूरतमंद लोगों को रोज निशुल्क भोजन कराने वाली संस्था जन समर्पण सेवा संस्था दुर्ग के अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा बंटी से सम्पर्क किया। उन्होंने अपने विवाह के अवसर पर 5 दिनों तक जरूरतमंदों के लिए भोजन वितरण करने की इच्छा जताई। नंदिनी ढीमर ने 5 दिनों तक अपने घर से स्वादिष्ट भोजन, मिष्ठान, नमकीन तैयार कर भेजा। संस्था के सदस्यों और परिवारजनों ने मिलकर जरूरतमंदों को भोजन का वितरण किया।
ढीमर परिवार ने अपने बेटे और बेटी के विवाह आयोजनों में शासन के नियम कायदों को ध्यान में रखते हुए ज्यादा मेहमान न बुलाकर पूरे पांच दिनों तक मानव सेवा की। रोज करीब 200 जरूरतमंदों का भोजन तैयार कराया गया और जन समर्पण सेवा संस्था के साथ मिलकर जरूरतमंदों को भोजन का वितरण किया गया।
योगेंद्र शर्मा ने बताया कि 21 मई को पिताम्बर ढीमर की बारात पाटन गई थी। इस दौरान परिवार के कुछ लोग घर में रहकर जरूरतमंदों के लिए भोजन बनाते रहे और रात में जन समर्पन सेवा संस्था के सदस्यों के साथ मिलकर जरूरतमंदों को भोजन वितरण करते रहे। 22 मई को नंदिनी उर्फ उत्तरा का विवाह होने पर ग्राम कोटनी नागपुरा से बारात आई। मेहमानों की खातिरदारी के साथ ही परिवार के लोग रात को जरूरतमंदों के भोजन की तैयारी करते रहे और भोजन के साथ साथ मिष्ठान व नमकीन का वितरण भी किया। विवाह के अवसर पर ढीमर परिवार के इस सेवा कार्य की सराहना शहरवासियों के बीच हो रही है।