एनआरसी पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के परस्पर विरोधी बयान, अब दुर्ग सांसद विजय बघेल ने कहा कि पूरे देश में एनआरसी लागू होगा
सीजी न्यूज डॉट कॉम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान में साफ कहा है कि 2014 में उनकी सरकार बनने के बाद आज तक एनआरसी पर कोई चर्चा नहीं हुई लेकिन दुर्ग के सांसद विजय बघेल का कहना है कि एनआरसी पूरे देश में लागू किया जाएगा। प्रेस कांफ्रेंस में बघेल ने कहा कि संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट घोषणा की है कि एनआरसी पूरे देश में लागू किया जाना है। यही सच है। अभी देश में एनआरसी की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। आगामी दिनों में इसे लागू किया जाएगा।
बघेल से जब यह सवाल किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के परस्पर विरोधाभासी बयानों में सच कौन बोल रहा है। बघेल ने कहा कि शब्दों का भ्रम फैलाया जा रहा है। जब उनसे दोबारा यही सवाल किया गया कि प्रधानमंत्री ने भाषण में कहा है कि 2014 के बाद से मेरी सरकार में एनआरसी पर कोई भी चर्चा नहीं हुई। बघेल ने साफ कहा कि पीएम के भाषण पर वे कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। शब्दों में हेरफेर हो सकता है। संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने एनआरसी लागू करने की घोषणा कर दी है। एनआरसी पूरे देश में लागू किया जाएगा।
बघेल ने कहा कि सीएए और एनआरसी को लेकर राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश की जा रही है। विध्नसंतोषी और देश को विखंडित करने वाले लोग लगातार उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। एनआरसी को लेकर किसी भी मुसलमान को डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के अल्पसंख्यक भाईयों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है। सीएए यानी नागरिकता कानून नागरिकता देने वाला कानून है, नागरिकता छीनने वाला कानून नहीं है। लोगों में भ्रम की स्थिति है।
भ्रम दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। सीएए और एनआरसी के समर्थन में 30 दिसंबर को दोपहर 2 बजे रविशंकर स्टेडियम से रैली निकाली जाएगी। इसके बाद कलेक्टोरेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। ज्ञापन में विध्नसंतोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह रैली भारतीय जनता पार्टी की रैली नहीं है बल्कि सभी दलों, संगठनों और समाजों को आमंत्रित किया गया है। मुस्लिम समाज की बैठकें लेकर रैली में शामिल होने की अपील की गई है। प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा नेता देवेंद्र सिंह चंदेल, अजय तिवारी, कांशीनाथ शर्मा, पवन केसवानी, सौरभ चौबे, मनोज शर्मा सहित अन्य भाजपा नेता मौजूद थे।
कई सवालों पर टालमटोल
एनआरसी और नागरिकता कानून को लेकर सांसद ने पत्रकारों के कई सवालों का जवाब टाल दिया। एनआरसी की जरूरत क्यों पड़ी है और पहले से नागरिकता कानून होने के बावजूद संशोधन की जरूरत को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में बघेल कहा कि बाद में चर्चा करेंगे। वे लगातार यही कहते रहे कि पाकिस्तान, बांगलादेश और अफगानिस्तान से आए पीड़ित और गरीब लोगों को नागरिकता दी जाएगी। जब उनसे पूछा गया कि पाकिस्तान से गरीब नहीं बल्कि एक समाज विशेष के करोड़पति लोग दुर्ग में अवैध रूप से बस गए हैं। इस पर भी उन्होंने स्पष्ट जवाब नहीं दिया। बघेल कई सवालों के जवाब में यही कहते रहे कि अभी 30 दिसंबर की समर्थन रैली को लेकर ही सवाल पूछिये।
सरोज को लेकर सवाल पर बोले, रैली में जिसे आना है वो आएगा
बघेल से जब यह सवाल किया गया कि क्या सांसद सरोज पांडेय भी रैली में शामिल होंगी ? विजय ने सीधा जवाब देने की बजाय झुंझलाते हुए कहा जिसे आना है, वो आएगा। वे सभी से अपील कर रहे हैं। आपको बता दें कि सांसद सरोज पांडेय और विजय बघेल के बीच सामंजस्य न होने की की खबरें लगातार आती रही हैं। भाजपा संगठन चुनाव के बाद पार्षद चुनाव में भी दोनों गुटों के बीच विवाद की खबरे लगातार सुर्खियों में रही हैं।
प्रेस नोट में परस्पर विरोधी बयान
प्रेस कांफ्रेंस में प्रेस नोट जारी किया गया जिसमें कई परस्पर विरोधी बातें शामिल हैं। प्रेस नोट में कहा गया है कि एनआरसी पहली बार 1951 में अवैध रूप से प्रवासी बांग्लादेशियों के लिए लाया गया था। सच ये है कि 1951 में बांग्लादेश बना ही नहीं था। 1971 में पाकिस्तान से युद्ध के बाद पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश बनाया गया। एक और विचित्र बात यह रही कि जारी प्रेस नोट में एनआरसी के लिए जरूरी दस्तावेजों की सूची भी जारी की गई है। यह बताया गया है कि इन दस्तावेजों के आधार पर किसी से भी नागरिकता नहीं छीनी जाएगी। दूसरी ओर प्रेस कांफ्रेंस में सांसद ने बताया कि अभी एनआरसी की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। सवाल ये है कि जब एनआरसी की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है तो प्रेस नोट में जरूरी दस्तावेजों की सूची कैसे जारी हो गई।