द सीजी न्यूज
शहर विधायक अरुण वोरा ने जरूरतमंद लोगों के लिए राशन की व्यवस्था करने विधायक निधि से ढाई लाख रुपए और मंजूर किए हैं। इससे पहले वोरा ने विधायक निधि से इसी कार्य के लिए 5 लाख रुपए स्वीकृत किए थे। शहर में राशनकार्ड विहीन परिवारों और गरीब तबके के लोगों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त राशि की मंजूरी दी गई है।
विधायक अरूण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल ने लॉकडाउन के फौरन बाद से लगातार जरूरतमंद परिवारों की फिक्र करते हुए वार्डों में जाकर राशन वितरण की व्यवस्था की है। विधायक और महापौर की सक्रियता से दुर्ग शहर के स्लम बस्तियों में हालात बेहतर हैं। लोगों को उनकी जरूरत का राशन मिल जाने से रोजी रोटी बंद होने के बावजूद उनके घर पर चूल्हा जल रहा है।
वोरा ने सबसे पहले चीफ सेक्रेटरी का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि पूरे राज्य में कई परिवारों के पास राशन कार्ड नहीं हैं। ऐसे लोगों को लॉकडाउन की स्थिति में सरकारी उचित मूल्य की दुकान से राशन मिलना चाहिए। चीफ सेक्रेटरी ने वोरा की मांग पर संज्ञान लेते हुए पूरे प्रदेश के लिए यह आदेश जारी कर दिया। वोरा की पहल पर पूरे प्रदेश में राशन कार्ड न होने पर भी लोगों को चावल दिया जा रहा है।
वोरा ने दुर्ग शहर में भी निगम प्रशासन, जिला प्रशासन को जरूरतमंद परिवारों को जरूरी सुविधाएं देने कहा। वोरा ने बताया कि जिला प्रशासन, निगम प्रशासन के अलावा औद्योगिक, व्यवसायिक, धार्मिक और समाजसेवी संगठनों की मदद से शहर में राशनकार्ड विहीन परिवारों को कच्चा राशन उपलब्ध कराया है। रोज लगभग तीन हजार से ज्यादा लोगों को भोजन के पैकेट भी घर-घर पहुंचाए जा रहे हैं।
वोरा ने कोरोना वायरस के कारण उपजे हालात में डॉक्टर्स व स्वास्थ्य विभाग के स्टॉफ, पुलिस विभाग, नगर निगम के स्टॉफ सहित समूचे प्रशासनिक अमले की सराहना करते हुए कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में इन सभी ने अपना काम बहुत बेहतर तरीके से किया। लोगों को भोजन उपलब्ध कराने सामाजिक संगठनों के योगदान को अतुलनीय बताते हुए वोरा ने कहा कि महापौर परिषद ने पार्षद निधि से राशन क्रय करने का सराहनीय निर्णय लिया है।