- प्रदेश में 30 जुलाई को कोरोना संक्रमण की दर 0.29 प्रतिशत और 31 जुलाई को 0.26 प्रतिशत रही
- कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए प्रदेश में अब तक 1.14 करोड़ सैंपलों की जांच
- प्रति दस लाख की आबादी में रोजाना 1487 सैंपलों की जांच, राष्ट्रीय स्तर पर यह औसत 1306
द सीजी न्यूज डॉट कॉम
राज्य शासन द्वारा कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और रोकथाम के लिए किए गए प्रभावी उपायों से संक्रमण की स्थिति में लगातार सुधार आ रहा है। प्रदेश में 30 जुलाई को संक्रमण की दर घटकर 0.29 प्रतिशत पर पहुंच गई। 31 जुलाई को इसमें और गिरावट आई। 31 जुलाई को संक्रमण की दर 0.26 प्रतिशत पर पहुंच गई। प्रदेश के बेमेतरा, कबीरधाम और गरियाबंद जिलों में कोविड-19 का कोई नया मरीज नहीं मिला है।
प्रदेश भर में 30 जुलाई को 42 हजार 714 सैंपलों की जांच में 125 और 31 जुलाई को 38 हजार 644 सैंपलों की जांच में 102 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने और रोज कम संख्या में नए मरीज मिलने के कारण कोविड-19 के सक्रिय मामले भी तेजी से घट रहे हैं। राज्य में अभी सक्रिय मरीजों की संख्या 1863 है।
सावधानी बरतें, लापरवाही न करें
राज्य में इस समय कोरोना काफी हद तक नियंत्रण में आ चुका है। इसके बावजूद अभी लगातार सावधानी बरतने की जरूरत है। केरल में इस समय कोरोना के भयावह रूप लेने की खबरें आ रही हैं। माना जा रहा है कि तीसरी लहर अगस्त सितंबर में आ सकती है। बेहतर यही होगा कि राज्य में कोरोना नियंत्रित होने के बावजूद कोविड एप्रोप्रिएट बिहैवियर अपनाया जाए। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। इसमें सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके अलावा मास्क पहनने की अनिवार्यता का पालन भी 50 फीसदी से ज्यादा लोग नहीं कर रहे हैं। ऐसी लापरवाही जारी रहने पर कोरोना का संक्रमण फिर से फैल सकता है।