मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सिलगेर घटना की जांच छह माह के अंदर अनिवार्य रूप से पूरी कर ली जाएगी। मुख्यमंत्री आज शाम अपने निवास कार्यालय में सुकमा और बीजापुर जिले से आए प्रतिनिधिमंडल से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उद्योग मंत्री कवासी लखमा और बीजापुर के विधायक व बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी सहित क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और ग्रामीणजन मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति के विरूद्ध कार्यवाही नहीं होगी। सिलगेर घटना की दण्डाधिकारी जांच की जा रही है। इस जांच को 6 माह के भीतर अनिवार्य रूप से पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि हाल ही में बीजापुर और सुकमा जिले के विकास के लिए करीब 350 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन-लोकार्पण किया गया है।

उन्होंने कहा कि वनांचल में रहवासियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। वर्षों से बंद पड़े स्कूलों को दोबारा शुरू किया गया है। वनांचल क्षेत्र में शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अनेक नवाचारी कदम उठाए गए हैं। वनांचल के लोगों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए समर्थन मूल्य पर पहले जहां 7 लघु वनोपज की खरीदी हो रही थी, जिसे बढ़ाकर अब 52 कर दिया गया है। इसके साथ ही लघु वनोपजों के प्रसंस्करण को भी बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि वनवासियों को बेहतर आमदनी हो सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों के राशनकार्ड नहीं बने हैं उनके राशनकार्ड बनाए जाएंगे। इसी तरह वनाधिकार पट्टा से वंचित लोगों को परीक्षण कर पट्टा देने की कार्यवाही की जाएगी। क्षेत्र के युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार से जोड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री द्वारा इसके लिए जिला प्रशासन को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।