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दुर्ग नगर निगम के महापौर धीरज बाकलीवाल ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में चंदूलाल मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण की मंजूरी को मेडिकल छात्रों व जनस्वास्थ्य की सुविधा की दिशा में जनहित के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मास्टर स्ट्रोक बताया है। महापौर ने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि इससे अंचल के विद्यार्थियों को मेडिकल शिक्षा के साथ जनसामान्य को भी इलाज का लाभ मिलेगा। जिले में मेडिकल कॉलेज की जरूरत डेढ़ दशक से अधिक समय से महसूस की जा रही थी। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने 15 वर्ष तक छत्तीसदढ़ में शासन करने के बाद भी इस दिशा में कोई ध्यान नही दिया। तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मोबाइल बांटने के नाम पर 28 सौ रुपए करोड़ खर्च कर दिए, लेकिन स्वास्थ्य की दिशा में कोई उल्लेखनीय काम नही किया।
महापौर ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनभावना का आदर करते हुए जब दुर्ग जिले को मेडिकल कॉलेज की सौगात दे दी है, तब भाजपाईयो के पेट में दर्द उठना शुरू हो गया है। जिले में शासकीय चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद प्रदेश को प्रतिवर्ष 150 डाक्टर मिलेगें। इसके अतिरिक्त कॉलेज व अस्पताल में मेडिकल विशेषज्ञों की चिकित्सा का लाभ भी जनता को मिलेगा। उन्हें इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत नही पड़ेगी।
बाकलीवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री बघेल ने सही समय में ऐतिहासिक निर्णय लिया है। नए मेडिकल कॉलेज की जगह पुराने मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण से करोड़ों रुपए के राजस्व की बचत हुई है। आधी से भी कम राशि में कॉलेज का अधिग्रहण हुआ है। सरकार की इस पहल से 480 छात्रों का भविष्य सुरक्षित हो गया है। 150 सीटों की मान्यता पहले से होने की वजह से नए सिरे से कोई कागजी कार्यवाही करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बाकलीवाल ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में जब विभिन्न अस्पतालों में बिस्तरों की समस्या पैदा हो गई थी, तब चंदूलाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल कचांदुर ही लोगों के लिए जीवनदायिनी साबित हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिग्रहण कर जनता को शानदार तोहफा दिया है। इससे दुर्ग संभाग के लाखों लोगों को चिकित्सा सुविधा का लाभ मिलेगा।