गुरूनानक देव के 550 वें प्रकाश पर्व पर सिख समाज ने निकाला जुलूस… दिखा मजहबी एकता का दिलकश नजारा
ईद मिलादुन्नबी के मौके पर रायपुर-दुर्ग-भिलाई सहित प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में मोहब्बत, खुशी और अकीदत के साथ शहर में पूरी शान से जुलूसे मोहम्मदी निकला। जुलूस में मुस्लिम समाज ने आका की शान में नातिया कलाम पढ़कर अकीदत का नजराना पेश किया। जुलूस के दौरान लोग अदब के साथ दरूदे पाक पढ़ते हुए चलते रहे। जुलूस का जगह-जगह इस्तकबाल किया गया। सभी धर्मों के लोगों ने मुस्लिम समाज के नागरिकों को मुबारकबाद दी।
दुर्ग शहर में पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैही वसल्लम की यौमे पैदाइश पर ईद मिलादुन्नबी का पर्व हर साल की तरह इस बार भी धूमधाम से मनाया गया। सुबह फजर की नमाज के बाद से ही शहर में नबी की सदाएं गूंजने लगी। सलातो सलाम का नजराना पेश किया गया। दोपहर दो बजे जामा मस्जिद से जुलूसे मोहम्मदी निकाला गया। जुलूस के साथ लोग इस्लामी झंडे हवा में लहराते चल रहे थे।
जुलूस में जामा मस्जिद, तकियापारा, केलाबाड़ी सहित अन्य मस्जिदों के इमाम व उलेमा जुलूस में शामिल हुए। जगह जगह उलेमाओं का फूलों के हार पहनाकर स्वागत किया गया। इमामो खतीब ने पैगम्बर हजरत मोहम्मद की जिंदगी और उनके संदेशों का जिक्र करते हुए तकरीर की। जुलूस के दौरान लोग एक दूसरे को ईद मिलादुन्नबी की मुबारकबाद देते रहे। छोटे-छोटे बच्चे भी हाथों में परचम लेकर नबी की आमद… मरहबा के नारे बुलंद करते रहे।
जुलूस से पहले जोहर की नमाज के बाद मुफ्ती शहनवाज अशरफ ने पैगंबरे इस्लाम की जीवन पर रोशनी डाली। पूरे जुलूस मार्ग में आका की शान में अदब और एहतेराम से नारे लगाए गए। शहर में कई जगहों पर जुलूस में शामिल लोगों पर फूल बरसाकर उनका इस्तकबाल किया गया। दर्जनों कमेटियों ने जगह जगह शरबत, तबर्रूक तकसीम किया। सुरक्षा-व्यवस्था में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
विधायक अरूण वोरा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेश शर्मा, भाजपा नेता दिनेश देवांगन सहित अन्य प्रमुख लोगों ने जुलूस का स्वागत किया। जूलूस के दौरान सीरत पाक कमेटी के सदर हाजी साजिद, अनीस रजा, अब्दुल गनी, रऊफ कुरैशी, अलताफ अहमद, मोहम्मद अब्बास, अय्यूब खान, अमीर तिगाला, नासिर खोखर, अहमद निजामी, अब्दुल लतीफ, रज्जब अली, रजा खोखर, पार्षद हमीद खोखर, शराफत अली, मोहम्मद असलम, नजरुद्दीन खोखर सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के नागरिक मौजूद रहे।
चांद के दीदार से शुरू हो गई थी तैयारियां
चांद का दीदार होते ही लोग जश्ने आमद की तैयारी में जुट गए थे। अकीदत के साथ लोगों ने अपने मकानों की सजावट की। झंडे लगाए। रंग बिरंगी लाइटों से घरों और गलियों को सजाया गया। रविवार को ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकलने से पहले जुलूस मार्ग सहित अन्य प्रमुख मार्गों पर रौशनी की गई और आकर्षक ढंग से सजावट की गई। मस्जिद, मदरसे और दरगाहों को सजाया गया।
और … शहर ने देखा मजहबी एकता का दिलकश नजारा
रविवार को ही सिख समाज ने प्रकाश पर्व मनाया। सिखों के धर्मगुरु श्री गुरूनानक देव के 550 वें प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरुद्वारा श्री गुरुसिंग सभा से भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। शोभायात्रा में सिख समाज के अलावा दीगर समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस दौरान शहर की गंगा जमुना तहजीब का दिलकश नजारा देखने मिला।
दोनों जुलूस स्टेशन रोड पर जैसे ही आमने सामने हुए, एक दूसरे को मुबारकबाद देने का सिलसिला शुरू हो गया। सिख समाज के लोगों ने मुस्लिम समाज का और मुस्लिम समाज के लोगों ने सिख समाज का स्वागत किया। शहर में दोनों समाजों ने भाईचारे, सद्भाव और एकता की नई मिसाल पेश की जिसकी समाज के सभी वर्गों ने सराहना की। आज दिन भर पूरे शहर में इसकी चर्चा रही।